फिर आनी शुरू हुई सेल्फी स्मार्टफोन व कैमरा फोन की रेंज, जिसने यूज़र को कैमरे के प्रति ख़ासा आकर्षित किया। इसी दौर में हिट हुए ओप्पो-वीवो के सेल्फी फोन तो यहीं से शुरू हुआ ‘बेहतर कैमरा स्मार्टफोन’ का मुकाबला। यहां तक कि कुछ ब्रांड के ऐसे स्मार्टफोन भी आए, जिनमें रियर कैमरे से बेहतर, रियर कैमरे से ज्यादा तवज्ज़ो फ्रंट कैमरे को दी गई।
आज चर्चा करें कुछ ऐसे लेटेस्ट स्मार्टफोन की, जिन्हें उनके फ्रंट कैमरे या कहें सेल्फी कैमरे के लिए ख़ासा चर्चा मिली। हमारे रिव्यू में भी इनके फ्रंट कैमरे बेहतर साबित हुए:
ZenFone Max Pro M1
ज़ेनफोन मैक्स प्रो एम1 में 13 व 5 मेगापिक्सल का डुअल कैमरा सेटअप है। सेकेंड्री 5 मेगापिक्सल वाला सेंसर डेप्थ सेंसिंग तकनीक के साथ आया है। फ्रंट में 8 मेगापिक्सल का कैमरा है, जिसका अपर्चर एफ/2.0 है। रेडमी नोट 5 प्रो के रियर डुअल कैमरे 12 व 5 मेगापिक्सल वाले हैं। हैंडसेट के फ्रंट में 20 मेगापिक्सल का कैमरा है, जो एआई फीचर के साथ बोकेह इफेक्ट की सुविधा यूजर को देता है।
हमारी तुलना में रेडमी नोट 5 प्रो ज्यादा डिटेल के साथ तस्वीरें लेने में सक्षम दिखा, जबकि ज़ेनफोन प्रो एम1 में विविध रंग और पंची तस्वीरें आईं। कम रोशनी में दोनों हैंडसेट ने एक-दूसरे को कांटे की टक्कर दी। बोकेह शॉट भी दोनों स्मार्टफोन औसत से ऊपर रहे, लेकिन रेडमी नोट 5 प्रो ने बेहतर एज डिटेक्शन किया।
ज़ेनफोन मैक्स प्रो एम1 का कैमरा ऐप कन्फ्यूज़न से भरा है। बेसिक टॉगल जैसे फ्लैश, ऑन-ऑफ जैसी चीजें मेन्यू में खो गई हैं। यहां ऑटो एचडीआर व मैन्युअल मोड नहीं है। रेडमी नोट 5 प्रो, ज़ेनफोन की तुलना में बेहतर कैमरा ऐप लेकर आया है, जिसमें सारे फीचर मैन्युअल मोड में हैं। फ्रंट कैमरे दोनों स्मार्टफोन में बेहतर हैं। ये सोशल मीडिया पर इस्तेमाल के लायक हैं। रेडमी नोट 5 प्रो कम रोशनी में बेहतर परफॉर्मेंस देता है।
स्पेसिफिकेशन की बात करें तो असूस ज़ेनफोन मैक्स प्रो एम1 में 5.99 इंच का फुल-एचडी+ (1080×2160 पिक्सल) फुल-व्यू आईपीएस डिस्प्ले है। मौज़ूदा चलन की तरह यह हैंडसेट 18:9 आस्पेक्ट रेशियो वाली स्क्रीन से लैस है। मेटल बॉडी वाला यह डुअल सिम स्मार्टफोन 2.5डी कर्व्ड ग्लास पैनल के साथ आता है। हैंडसेट में ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 636 प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है और ग्राफिक्स के लिए एड्रेनो 509 जीपीयू इंटिग्रेटेड है।
ZenFone Max Pro M1 के दो वेरिएंट हैं। एक वेरिएंट 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज के साथ आता है। वहीं, पावरफुल वेरिएंट में 4 जीबी रैम के साथ 64 जीबी स्टोरेज है। ज़रूरत पड़ने पर दोनों ही वेरिएंट में 2 टीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल करना संभव है। यह लेटेस्ट एंड्रॉयड 8.1 ओरियो के साथ आता है।
Xiaomi Redmi Note 5 Pro
Xiaomi का कहना है कि कैमरे, रेडमी नोट 5 प्रो की अहम खासियतों में से एक हैं। हमारा अनुभव भी यही है कि कैमरा परफॉर्मेंस सराहनीय है। पिछले हिस्से पर दो सेंसर हैं। प्राइमरी सेंसर 12 मेगापिक्सल का है जो एफ/2.2 अपर्चर वाला है। वहीं, 5 मेगापिक्सल का सेकेंडरी कैमरा प्रोर्ट्रेट मोड में डेप्थ आंकने के काम आता है। इंसानी चेहरे और बैकग्राउंड के बीच अंतर स्पष्ट रहता है। लेकिन अन्य ऑब्जेक्ट में यह बहुत सटीक नहीं है।
रेडमी नोट 5 प्रो के कैमरे ज़्यादातर परिस्थितियों में अच्छी तस्वीरें लेते हैं। दिन की रोशनी में 12 मेगापिक्सल का सेंसर डिटेल के साथ फोटो कैपचर करता है। ज़्यादा रोशनी में व्हाइट बैलेंस बनाए रखने में फोन को थोड़ी दिक्कत होती है, लेकिन ज़्यादातर मौकों पर नतीज़े सटीक रहते हैं। कम रोशनी में ऑटोफोकस थोड़ा धीमा पड़ जाता है। शटर लैग की भी समस्या सामने आती है। लेकिन इमेज की क्वालिटी बहुत ज़्यादा खराब नहीं होती। लैंडस्केप शॉट डिटेल का स्तर ठीक-ठाक रहता है और नॉयज़ भी सीमित है। मैक्रोज़ शॉट में कलर रिप्रोडक्शन अच्छी है। कम रोशनी में भी प्रॉट्रेट मोड काम के नतीज़े देता है। हालांकि, वीडियो रिकॉर्ड करने के दौरान लगातार ऑटोफोकस बहुत ज़्यादा प्रभावशाली नहीं था। हमने जैसे ही स्विच ऑफ किया, ऑटोफोकस ज़्यादा ठीक से काम करने लगा। स्लो मोशन और टाइम-लैप्स वीडियो का भी विकल्प है जो ठीक ठाक काम करता है।
20 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा बेहतरीन सेल्फी लेता है। बोकेह मोड है, यह एज डिटेक्शन में अच्छा काम करता है। ऐसा शाओमी के एआई लर्निंग अल्गोरिदम के ज़रिए संभव हो पाता है। इस्तेमाल में यह अच्छा काम करता है। टेस्ट शॉट में इस फीचर ने हमारी तस्वीर के बैकग्राउंड के ज़्यादातर हिस्सों को ब्लर कर दिया, एक-दो जगहों को छोड़कर। इसमें सेल्फी लाइट भी है। कम रोशनी में यह मददगार है। ज़रूरत पड़ने पर ब्यूटिफिकेशन मोड को स्विच ऑन किया जा सकता है। आप इफेक्ट का स्तर तय कर सकते हैं और अपने कुछ फेसियल फीचर को मोडिफाई भी कर सकते हैं।
स्पेसिफिकेशन पर जाएं तो रेडमी नोट 5 की तरह डुअल सिम शाओमी रेडमी नोट 5 प्रो एंड्रॉयड नूगा पर आधारित मीयूआई 9 पर चलता है। इसमें भी 5.99 इंच का फुल-एचडी+ (1080×2160 पिक्सल) डिस्प्ले है। स्क्रीन 18:9 आस्पेक्ट रेशियो वाली है। फोन को रफ्तार देने का काम करता है 1.8 गीगाहर्ट्ज़ वाला स्नैपड्रैगन 636 प्रोसेसर है। ग्राफिक्स के लिए एड्रेनो 509 जीपीयू इंटिग्रेटेड है। रैम के दो विकल्प हैं- 4 जीबी या 6 जीबी। इस हैंडसेट में भी फिंगरप्रिंट सेंसर पिछले हिस्से पर है।
Xiaomi Redmi Y2
सेल्फी इस स्मार्टफोन की सबसे अहम खासियत है और रेडमी वाई2 इस डिपार्टमेंट में अच्छा प्रदर्शन करता है। सेल्फी लेने के दौरान यह एक से ज़्यादा चेहरे की पहचान कर सकता है और ज़रूरी ब्यूटिफिकेशन इंहासमेंट करता है। हमने पाया कि फोन आउटडोर में कुछ सेल्फी को थोड़ा ओवसएक्सपोज़ कर देता है। कम रोशनी वाली परस्थितियों में सेल्फी लाइट एक्टिव हो जाता है।
रेडमी वाई2 से दिन की रोशनी में ली गई तस्वीरों से हम संतुष्ट हैं। लैंडस्केप शॉट काफी डिटेल के साथ आते हैं। वाई2 कलर्स भी काफी अच्छे से कैपचर करता है। मैकोज़ शॉट शार्प आते है, लेकिन फोन को आपकी चाहत के हिसाब से फोकस करने में थोड़ा वक्त लगता है। हमने पोर्ट्रेट मोड को भी इस्तेमाल किया है जो सेकेंडरी सेंसर की मदद से डेप्थ ऑफ फील्ड इफेक्ट हासिल करता है। पोर्ट्रेट मोड की तस्वीरों की क्वालिटी बहुत हद तक सब्जेक्ट के बैकग्राउंड पर निर्भर करती है। अगर कोई ऑब्जेक्ट सब्जेक्ट के बेहद ही नज़दीक है तो एज डिटेक्शन में दिक्कत सामने आती है। अगर बैकग्राउंड साफ-सुथरा है तो रेडमी वाई2 से इस्तेमाल करने योग्य अच्छी तस्वीरें आती हैं।
लो लाइट शॉट के लिए स्थिर हाथों की ज़रूरत होती है, क्योंकि कैमरा ज़्यादा लाइट कैपचर करने के लिए शटर स्पीड कम कर देता है। हमने यह भी पाया कि लैंडस्केप शॉट में डिटेल कम हो जाते हैं। आप रियर कैमरे से 1080 पिक्सल तक के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। इलेक्ट्रॉनिक इमेज स्टेबलाइज़ेशन के कारण क्वालिटी बेहतर रहती है।
स्पेसिफिकेशन पर जाएं तो डुअल सिम रेडमी वाई 2 आउट ऑफ बॉक्स एंड्रॉयड ओरियो पर आधारित मीयूआई 9.5 पर चलेगा। इसमें 5.99 इंच का एचडी+ (720×1440 पिक्सल) डिस्प्ले है जो 18:9 आस्पेक्ट रेशियो वाला है। इसकी पिक्सल डेनसिटी 269 पिक्सल प्रति इंच है। स्मार्टफोन में ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नपैड्रैगन 625 प्रोसेसर के साथ एड्रेनो 506 जीपीयू दिया गया है। जुगलबंदी के लिए 3 जीबी/ 4 जीबी रैम दिए गए हैं।
स्पेसिफिकेशन की बात करें तो डुअल सिम रेडमी वाई 2 आउट ऑफ बॉक्स एंड्रॉयड ओरियो पर आधारित मीयूआई 9.5 पर चलेगा। इसमें 5.99 इंच का एचडी+ (720×1440 पिक्सल) डिस्प्ले है जो 18:9 आस्पेक्ट रेशियो वाला है। इसकी पिक्सल डेनसिटी 269 पिक्सल प्रति इंच है। स्मार्टफोन में ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नपैड्रैगन 625 प्रोसेसर के साथ एड्रेनो 506 जीपीयू दिया गया है। जुगलबंदी के लिए 3 जीबी/ 4 जीबी रैम दिए गए हैं।
Moto G6
Moto G6 का सेल्फी कैमरा सबसे बेहतरीन है। यह दिन की रोशनी में डिटेल के साथ तस्वीरें लेता है और रात में ली गई तस्वीरें भी इस्तेमाल करने योग्य होती हैं। तुलना में Realme 1 और Redmi Note 5 Pro कम रोशनी में ग्रेनी और नॉयजी तस्वीरें कैपचर करते हैं। तीनों ही स्मार्टफोन से कैपचर किए गए वीडियो की बहुत तारीफ नहीं की जा सकती। लेकिन रेडमी नोट 5 प्रो स्टेबलाइज़ेशन और डिटेल के मामले में थोड़ा आगे है। Moto G6, रात में नॉयज कम करने के चक्कर में तस्वीरों को ज़्यादा शार्प कर देता है। Moto G6 सबसे ज़्यादा लाइट को इस्तेमाल करके डिटेल के साथ तस्वीरें कैपचर करता है। रियलमी 1 कलर्स के मामले में बाकी दोनों से बेहतर है, लेकिन डिटेल में पिछड़ जाता है।
पर्याप्त रोशनी में Redmi Note 5 Pro बाकी दोनों से बहुत बेहतर तस्वीरें लेता है। तस्वीरें शार्प और क्रिस्प आईं। फोन ज़्यादातर डिटेल कैपचर करने में सफल रहा। तुलना में Moto G6 का कैमरा तस्वीरों को ओवर-एक्सपोज़ कर देता है। रियलमी 1 से सॉफ्ट और कम डिटेल वाली तस्वीरें आईं।
Redmi Note 5 Pro और Moto G6 में पिछले हिस्से पर सेकेंडरी सेंसर भी हैं। इसकी मदद से फोन डेप्थ ऑफ फील्ड इफेक्ट के साथ तस्वीरें कैपचर कर सकता है। दोनों ही स्मार्टफोन में बोकेह शॉट औसत से बेहतर क्वालिटी के आए। लेकिन Redmi Note 5 Pro में बेहतर एज डिटेक्शन है। स्पेसिफिकेशन जानना चाहें तो Moto G6 में 5.7 इंच की मैक्स विज़न आईपीएस स्क्रीन दी गई है, जो फुल एचडी प्लस (1080×2160 पिक्सल) रिजॉल्यूशन और 18:9 आस्पेक्ट रेशियो वाली है। स्मार्टफोन में स्नैपड्रैगन 450 प्रोसेसर है, सर्वाधिक क्लॉक स्पीड 1.8 गीगाहर्ट्ज़ है। इसका साथ देता है एड्रेनो 506 जीपीयू। रैम के दो विकल्प हैं- 3 जीबी या 4 जीबी। यह एक डुअल सिम स्मार्टफोन है।
Honor 9 Lite
13+2 मेगापिक्सल की जुगलबंदी के साथ सेल्फी के लिए हॉनर 9 लाइट में कुछ गेस्चर मोड भी दिए गए हैं। आप अपनी हथेली का इस्तेमाल कर या अपनी आवाज से सेल्फी ले सकेंगे। इसके अलावा अगर आप फोन हाथ में लेकर ज़ोर से ‘चीज़’ बोलते हैं तो गेस्चर सेंसर आपकी तस्वीर क्लिक कर देगा। पोर्ट्रेट मोड की बात करें तो फ्रंट कैमरा भी बहेतर गुणवत्ता वाला है। वीडियो रिकॉर्डिंग की बात करें तो आप 1080 पिक्सल तक के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। वीडियो बेहद औसत दर्जे का रिकॉर्ड होता है। चूंकि इसमें इमेज स्टेबलाइजेशन का फीचर नहीं है तो वीडियो हिलता-डुलता रिकॉर्ड होता है। कम रोशनी में ली गई तस्वीरें बहुत ज्यादा साफ नहीं आतीं। फ्रंट कैमरे से ली गईं सेल्फी की गुणवत्ता बेहतर है। स्क्रीन फ्लैश के साथ-साथ ब्यूटी मोड आकर्षक है और कम रोशनी में भी आप अच्छी तस्वीरें ले पाएंगे। फ्रंट कैमरे से भी आप 1080 पिक्सल तक के वीडियो रिकॉर्ड पाएंगे। अगर आपने ब्यूटी मोड ऑन कर रखा है तो वीडियो की क्वालिटी सर्वाधिक 720 पिक्सल ही रहेगी।
फोटोग्राफी के दीवानों के लिए इसमें प्रोफेशनल और पनोरमा जैसे शूटिंग मोड दिए गए हैं। फिल्टर और एचडीआर जैसे फीचर भी फोन में जोड़े गए हैं। इसके साथ ही फोन ‘टच कैप्चर’ के साथ आपकी मुस्कुराहट रिकग्नाइज करेगा और आपकी तस्वीर खुद ब खुद क्लिक हो जाएगी।
हॉनर 9 लाइट के दोनों हिस्सों पर प्राइमरी कैमरा 13 मेगापिक्सल का है। दोनों ही हिस्से पर 2 मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर भी दिया गया है। इसकी मदद से बोकेह इफेक्ट हासिल किया जा सकता है। इसके लिए आपको कैमरा ऐप में पॉर्ट्रेट या वाइड अपर्चर मोड में से एक को चुनना होगा। अन्य स्पेसिफिकेशन की बात करें तो डुअल सिम वाला हॉनर 9 लाइट एंड्रॉयड 8.0 ओरियो आधारित हॉनर 9 लाइट पर चलता है। फोन में एक 5.65 इंच फुल एचडी+ (1080×2160 पिक्सल) आईपीएस डिस्प्ले है। स्क्रीन का आस्पेक्ट रेशियो 18:9 और पिक्सल डेनसिटी 428 पीपीआई है। फोन में हुवावे हाईसिलिकॉन किरिन 659 प्रोसेसर दिया गया है। फोन 3 जीबी रैम व 4 जीबी रैम विकल्प में मिलता है। हॉनर 9 लाइट 32 जीबी या 64 जीबी स्टोरेज विकल्प में मिलता है जिसे माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए 256 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है।